मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में अयोध्या ध्वजारोहण समारोह के लिए सज कर तैयार हो रही है। समारोह का शुभारंभ मार्गशीर्ष अमावस्या के पावन अवसर पर 20 नवंबर को कलश यात्रा से होगा। इसका समापन 25 नवंबर को विवाह पंचमी के शुभ मुहूर्त में होगा।
धार्मिक और सांस्कृतिक माहौल में डूबी अयोध्या को आकर्षक रोशनी, फूलों और भव्य रंगोलियों से सजाया जा रहा है। हर ओर भक्तों की भीड़ और जयकारों का माहौल है। सुबह-शाम राम धुन और मंत्रोच्चार की गूंज से वातावरण पावन हो उठा है।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि यह आयोजन भारतीय संस्कृति और एकता का भव्य प्रतीक बनने जा रहा है। देशभर के प्रमुख संतों, विद्वानों, राजनेताओं, समाजसेवियों और श्रद्धालुओं को इसमें आमंत्रित किया गया है।
23 से 25 नवंबर तक विशेष कार्यक्रमों की शृंखला चलेगी। इसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, लोक नृत्य, संगीतमय आयोजन, छह छोटे मंदिरों और सप्त मंदिरों की विशेष पूजा होगी। कलश यात्रा में 551 से अधिक महिलाएं शामिल होंगी। 151 वैदिक छात्र ध्वज लेकर आगे-आगे चलेंगे।